Master Bunty

Bunty, Master Bunti, Bunty Behl, Neeraj Behl (BORN 03 12 1960)

Master Bunty


Master Bunty Biography

बंटी बहल (Bunty Behl): जीवनी (Biography)

परिचय और पारिवारिक पृष्ठभूमि (Introduction and Family Background) : बंटी बहल (Bunty Behl), जिन्हें मास्टर बंटी (Master Bunti) या मास्टर बंटी (Master Banty) के नाम से भी जाना जाता है, बंटी बहल का जन्म 3 दिसंबर 1960 को हुआ था। 2024 में उनकी उम्र 63 वर्ष है। भारतीय फिल्म उद्योग में एक अहम नाम हैं। उनका असली नाम नीराज बहल (Neeraj Behl) है। बंटी का जन्म एक फिल्मी परिवार में हुआ था, उनके पिता आई.के. बहल (I.K. Behl) प्रसिद्ध अभिनेत्री हेमा मालिनी के निजी सचिव थे। अपने पिता के फिल्मी संपर्कों के कारण बंटी का झुकाव बचपन से ही फिल्मी दुनिया की ओर था। उन्होंने अपने पिता के साथ रहकर फिल्म इंडस्ट्री को काफी करीब से देखा और समझा।

आई.के. बहल का फिल्म जगत में अच्छा नाम था, और उनके व्यक्तित्व का प्रभाव बंटी के जीवन और करियर पर साफ दिखता है। बंटी ने भी अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए फिल्मी दुनिया में अपना करियर बनाने का निर्णय लिया। फिल्मी दुनिया के प्रति उनका समर्पण और जुनून उन्हें अभिनय और फिल्म निर्माण की ओर खींच लाया।

पारिवारिक जीवन (Personal Life) : बंटी बहल का पारिवारिक जीवन भी संतुलित और सुखमय रहा है। उन्होंने मॉली राणा बहल (Molly Rana Bahl) से विवाह किया, जो उनके जीवन का मजबूत स्तंभ हैं। दोनों की दो बेटियाँ हैं, और बंटी अपने परिवार के प्रति अत्यधिक समर्पित हैं। उनका पारिवारिक जीवन उनकी प्राथमिकता है, और उन्होंने अपने परिवार को हमेशा अपने पेशेवर जीवन से ऊपर रखा है। मॉली राणा बहल ने भी उनके जीवन में स्थिरता और समर्थन का योगदान दिया है।

अपने निजी जीवन में बंटी ने परिवार को अत्यधिक महत्व दिया है। उनके लिए उनका परिवार हमेशा प्राथमिकता में रहा है, और वह एक सादगीपूर्ण और खुशहाल जीवन जी रहे हैं। उनकी बेटियाँ उनके जीवन का केंद्र हैं, और बंटी अपने परिवार के साथ एक सामान्य लेकिन प्रेमपूर्ण जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

फिल्मी करियर (Film Career) : बंटी बहल ने 1980 के दशक में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। उनकी पहली प्रमुख फिल्म "समर्पण (Samarpan)" थी, जो 1984 में बनाई जा रही थी। इस फिल्म का निर्माण क्रिश्ना फिल्म्स यूनिट के तहत हो रहा था, और इसमें बंटी बहल के साथ शबाना आज़मी और माधुरी दीक्षित जैसे बड़े सितारे थे। फिल्म का निर्देशन प्रवीण भट्ट कर रहे थे, और इसे देवी दत्त प्रोड्यूस कर रहे थे। हालांकि, यह फिल्म कभी पूरी नहीं हो पाई और शेल्व कर दी गई।

इसके बाद, बंटी बहल ने न केवल अभिनय किया, बल्कि फिल्म निर्माण में भी अपना हाथ आजमाया। उन्होंने 1988 में फिल्म "कसूर (Kasoor)" का निर्माण शुरू किया, जिसमें संजय दत्त, डिंपल कपाड़िया, अनुपम खेर, कुलभूषण खरबंदा, और परेश रावल जैसे बड़े नाम थे। फिल्म का निर्देशन प्रसिद्ध निर्देशक महेश भट्ट कर रहे थे, और संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी ने दिया था। दुर्भाग्य से यह फिल्म भी शेल्व हो गई और कभी रिलीज़ नहीं हो सकी।

बंटी बहल का फिल्मी करियर कई मुश्किलों और चुनौतियों से भरा रहा। हालांकि उन्होंने कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम किया, लेकिन उन्हें सफलता हासिल नहीं हो पाई। उनकी फिल्में कभी रिलीज़ नहीं हो सकीं, लेकिन उनके प्रयास और समर्पण ने इंडस्ट्री के भीतर उनका नाम स्थापित किया। फिल्मी दुनिया में उनका योगदान और काम सराहनीय रहा, और उन्होंने फिल्म निर्माण में अपना अद्वितीय स्थान बनाया।

ऊँचाई और वज़न (Height and Weight) : बंटी बहल की शारीरिक विशेषताओं के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है। उनकी ऊँचाई और वज़न के बारे में सार्वजनिक रूप से कोई सटीक जानकारी नहीं है। हालांकि, सामान्य तौर पर वह एक स्वस्थ और सामान्य कद-काठी के व्यक्ति माने जाते हैं। उनके व्यक्तित्व में सादगी, आत्मविश्वास और धैर्य की झलक मिलती है, जो उनके करियर और निजी जीवन में भी साफ झलकता है।

निष्कर्ष (Conclusion) : बंटी बहल (Bunty Behl) का जीवन और करियर एक प्रेरणादायक कहानी है। उनके करियर में कई अधूरी फिल्मों और असफलताओं के बावजूद, उनका योगदान और समर्पण फिल्म इंडस्ट्री में सराहा जाता रहा है। उन्होंने अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया, और उनके संघर्ष ने उन्हें इंडस्ट्री में एक खास पहचान दिलाई।

बंटी बहल का फिल्मी करियर भले ही कई अधूरी फिल्मों से भरा हो, लेकिन उनके प्रयास और संघर्ष ने उन्हें बॉलीवुड के इतिहास में एक विशेष स्थान दिलाया। परिवार के प्रति उनका समर्पण और उनके जीवन के प्रति उनका सादगीपूर्ण दृष्टिकोण उन्हें एक संतुलित और सफल व्यक्ति बनाते हैं। उनकी कहानी न सिर्फ फिल्मी दुनिया के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि यह सिखाती है कि संघर्ष और समर्पण से ही सफलता मिलती है।