राजकुमार राव (Rajkummar Rao) के संघर्ष की कहानी: जब शिक्षक बने सहारा और मां ने किया हर मुश्किल का सामना

बॉलीवुड (Bollywood) के मशहूर अभिनेता राजकुमार राव (Rajkummar Rao) ने हाल ही में अपने जीवन के उन संघर्षों का ज़िक्र किया, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं। उन्होंने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि उन्हें कभी भूख का सामना करना पड़ा हो, लेकिन फिर भी पैसों की तंगी हमेशा बनी रहती थी। इस तंगी के कारण उनके स्कूल के शिक्षक तीन साल तक उनकी फीस चुकाते रहे, ताकि उन्हें और उनके भाई-बहनों को पढ़ाई से वंचित न होना पड़े।

राजकुमार राव (Rajkummar Rao) ने राज शमानी के पॉडकास्ट पर अपने बचपन के दिनों की यादें साझा कीं। उन्होंने बताया कि वह गुरुग्राम के एक संयुक्त परिवार में पले-बढ़े, जहां उनके दो बड़े भाई-बहन भी थे। आर्थिक स्थिति हमेशा चुनौतीपूर्ण रही, लेकिन उनकी मां ने कभी भी उन्हें इसका एहसास नहीं होने दिया। मां ने हर संभव प्रयास किया ताकि उनके बच्चों को किसी भी चीज़ की कमी महसूस न हो। जब भी ज़रूरत पड़ी, उन्होंने रिश्तेदारों से मदद मांगी और बच्चों की शिक्षा का ध्यान रखा।

राजकुमार राव (Rajkummar Rao) ने बताया कि स्कूल के दिनों में उनके शिक्षक भी उनके संघर्षों को समझते थे। उनकी मां के पास तीनों बच्चों की स्कूल फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए शिक्षक स्वयं उनकी फीस भरने लगे। यह सिलसिला करीब तीन साल तक चला। राजकुमार के भाई-बहन पढ़ाई में अव्वल थे, और राजकुमार राव (Rajkummar Rao) खुद अतिरिक्त गतिविधियों में बहुत सक्रिय और प्रतिभाशाली थे। इसलिए शिक्षक चाहते थे कि उन्हें उनकी शिक्षा से वंचित न किया जाए।

राजकुमार राव (Rajkummar Rao) ने अपने बचपन के बारे में बताया कि कैसे वह ज्यादातर समय बाहर खेलते रहते थे और एक खुशहाल बचपन बिताया। हालांकि, उनकी मां का निधन उनकी शुरुआती सफलता के बाद हुआ और 2019 में उन्होंने अपने पिता को भी खो दिया। इसके बावजूद, उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से फिल्म उद्योग में एक खास पहचान बनाई। हाल ही में, राजकुमार राव (Rajkummar Rao) ने अपनी फिल्म 'स्त्री 2 (Stree 2)' के साथ एक और मील का पत्थर पार किया, जो वैश्विक स्तर पर 400 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर चुकी है।

राजकुमार राव (Rajkummar Rao) की कहानी यह साबित करती है कि अगर इंसान के पास मेहनत, लगन और परिवार का साथ हो, तो किसी भी मुश्किल का सामना किया जा सकता है।